मक्का में खरपतवार नियंत्रण करने का सही तरीका:मक्का में खरपतवार के नुक्सान से कैसे बचें:weed control in maize

By Kheti jankari

Updated on:

मक्का में खरपतवार नियंत्रण

किसान साथियों नमस्कार, मक्का की बिजाई कुछ किसानों ने शुरू कर दी है, और कुछ किसान बिजाई करने वाले हैं। खेती में खरपतवार एक मुख्य समस्या शुरू से ही रही है। इसमें आप किसी भी फसल की बात करें, तो उसमें खरपतवार काफी जो ज्यादा नुकसान करते हैं। आप जो खादो और न्यूट्रिशन को मिट्टी में देते हैं, उनको खरपतवार ग्रहण करके आपकी फसल को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे ही मक्का की फसल में भी खरपतवार बिजाई के तुरंत बाद ही उगने लग जाते हैं, और कई बार तो मक्का उगने से पहले ही खरपतवार इतने बड़े हो जाते हैं। कि वह आपकी फसल को काफी ज्यादा नुकसान करते हैं। मक्का की फसल में चौड़ी पत्ती एवं सकरी पत्ती वाले खरपतवार मुख्य रूप से पाए जाते हैं। इसमें जंगली जूट, नरकुल, हजारदाना, मोथा, सावा, दूब, चौलाई, मोकोई, कुंडा घास, वाइपर घास आदि कई मुख्य खरपतवार होते हैं। जो अधिक मात्रा में उगते है।

मक्का में बिजाई के समय ताकतवर खाद कांबिनेशन:100 क्विंटल पैदावार का तरीका

आज मैं आपको मक्का की फसल में खरपतवार नियंत्रण करने के कुछ तरीका बताऊंगा। जिनका प्रयोग करके आप आसानी से अपनी फसल से खरपतवारों को नियंत्रित कर सकते हैं। इसके लिए आप कृपया पूरा लेख पढ़ें।

मक्का में खरपतवार नियंत्रण

मक्का में खरपतवार नियंत्रण दो तरीके से कर सकते हैं। एक तो आप खरपतवारों को उगने ही न दें। दूसरा आप खरपतवारों को उगाने के बाद मारते हैं। वैसे खरपतवार नियंत्रण का सबसे सही तरीका निराई-गुड़ाई है। इसमें आपकी फसल को किसी प्रकार का नुक्सान नहीं होता और खरपतवार आसानी से नष्ट हो जाते है। इसके लिए आपको अलग-अलग दवाइयां का इस्तेमाल करना पड़ता है। यह दवाइयां आपको नीचे बताई गई हैं।

55 से 60 की कुंतल तक पैदावार देने वाली मक्का किस्म:किसानों को अमीर बनने वाली किस्म

मक्का में खरपतवारों को उगने से रोकने का तरीका

मक्का में खरपतवारों को उगने से पहले ही रोकने के लिए आपको मक्का बिजाई के दो दिन के अंदर ही एट्राज़िन 50% WP 600 ग्राम या पेंडीमेथालिन 30 ई.सी की 2 लीटर मात्रा प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे करना पड़ता है। यह आपके खेत में खरपतवारों को उगने से रोकते हैं, और जो खरपतवार उग जाते हैं। उनको भी खत्म करते हैं। यह काफी सस्ती और कारगर दवाई है। ज्यादातर किसान इसका प्रयोग करते हैं। इस दवाई का इस्तेमाल करते समय खेत में पर्याप्त नहीं होनी काफी ज्यादा आवश्यक है। यह दवाई आपके खेत से चौड़ी और सकरी दोनों प्रकार के खरपतवारों को जमने से रोकने में काफी ज्यादा सहायक होती है।

मक्का में खरपतवार को उगाने के बाद रोकने का उपाय

मक्का में खरपतवारों को उगने से रोकने के लिए आप बास्फ़ टाइनज़र (टॉप्रेमेज़ोन 33.6% एससी), बयार लौडिस (टेम्बोट्रियोन 42% एससी) या सिंजेंटा कैलारिस एक्स्ट्रा (मेसोट्रियोन 2.27% w/w + एट्राज़िन 22.7% w/w SC) आदि दवाइयां का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह दवाइयां आपको बाजार में आसानी से मिल जाती है। यह आपकी फसल की चौड़ी और सकरी दोनों प्रकार के खरपतवारों को आसानी से खत्म कर देते हैं। अगर आपके खेत में मोथा घास उग गया है, तो इसके लिए आप धानुका सेम्प्रा (हेलोसल्फ्यूरॉन मिथाइल 75% डब्लूजी) 36g प्रति एकड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह मोथा घास को आसानी से ख़त्म कर देती है।

अगर आपको मक्का के बारे में कोई भी जानकरी चाहिए। तो आप हमे पूछ सकते है। आपको मेरे द्वारा देगी जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!

ये भी पढ़ें-धान्या सीड्स की मक्का किस्म:3 महीने से भी कम समय में तैयार होने वाली किस्म

DKC-9144 मक्का किस्म:किसान क्यों इस मक्का किस्म को पसंद करते हैं जानें

PAC-751 (इलाईट) मक्का की हाइब्रिड किस्म:पैदावार के मामले में इस किस्म का नहीं है कोई मुकाबला

पुरे देश में अच्छी पैदावार के लिए जानी जाती है मक्का की यह हाइब्रिड किस्म:बिजाई समय, औसत पैदावार

Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

Leave a Comment