डिकाल्ब-9208 मक्का किस्म की विशेषताएं:- किसान साथियों नमस्कार, मक्का की विभिन्न तरह की किस्में बाजार में आती है। जो किसानों को काफी अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही है। मक्का की फसल आम तौर पर 3 से 4 महीने में पककर तैयार हो जाती है। मक्का की एक किस्म डिकाल्ब-9208 के नाम से जानी जाती है। यह किस्म हरियाणा के किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जा रही है। पिछले दो-तीन सालों में किसानों को इस किस्म ने काफी अच्छी पैदावार निकाल कर दी है। मक्का की इस किस्म के बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए कृपया पूरा लेख पढ़े।
पायनियर सीड्स की सबसे अच्छी हाइब्रिड मक्का किस्म
डिकाल्ब-9208 मक्का किस्म की विशेषताएं
डिकाल्ब-9208 मक्का बायर क्रॉप साइंस द्वारा बनाई गई एक हाइब्रिड मक्का किस्म है। यह किस्म अधिक उपज देने की क्षमता रखती है। इस किस्म के पौधे पर एक समान भुट्टे लगते हैं। इसके भुट्टे का रंग नारंगी होता है। इस किस्म की बिजाई आप खरीफ और रबी दोनों सीजन में कर सकते हैं। इसका तना मजबूत और अच्छे विकास वाला होता है, और यह आखिर तक भी गिरती नहीं है।
डिकाल्ब-9208 का पकाने का समय और बिजाई समय
मक्का की यह किम पकाने में लगभग 120 दिन का समय लेती है। इस किस्म की बिजाई आप जायद सीजन के लिए फरवरी और मार्च में और खरीफ सीजन के लिए जून जुलाई में कर सकते हैं। इसकी बिजाई करते समय हमें लाइन से लाइन की दूरी 60 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 20 सेंटीमीटर रखनी आवश्यक है। तभी यह आपको अधिक पैदावार निकाल कर देगी।
डिकाल्ब-9208 मक्का किस्म की औसत पैदावार
मक्का की इस किस्म की औसत पैदावार 40 से 45 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहती है। लेकिन अच्छी प्रकार से गोबर की खाद और रासायनिक खादों का मिश्रण डालकर, आप इस किस्म से 50 क्विंटल तक अधिक पैदावार ले सकते हैं।
डिकाल्ब-9208 मक्का किस्म की बीज मात्रा
मक्का की इस किस्म का 8 किलोग्राम भी प्रति एकड़ प्रयोग किया जाता है। लेकिन आप बरसात के मौसम में 1 से 2 किलोग्राम भी कम भी प्रयोग कर सकते हैं।
नोट-किसान साथी बीज खरीदते समय नजदीकी कृषि वैज्ञानिक से अवश्य संपर्क कर लें।
किसान साथियों आप मक्का की किस समय बजाई करते हो। कृपा कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और अगर आपको मेरा लेख अच्छा लगा, तो इसे अन्य दूसरे किसानों तक भी अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!
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