प्याज की खेती
प्याज में कंद का साइज बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण खाद:Important fertilizer to increase the size of onion
प्याज में कांड का साइज बढ़ाने के लिए हमें दो से तीन खादों का प्रयोग करना है। इसमें पहले खाद के रूप में हम कैल्शियम नाइट्रेट 20 से 25 किलोग्राम प्रति एकड़, बोरोन एक किलोग्राम प्रति एकड़ और इसके साथ NPK 12-32-16 50 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से लेकर आपस में मिलकर अपने खेत में छिड़काव कर सकते हैं। यह खाद डालने से आपके सभी पोषक तत्वों की पूर्ति आसानी से हो जाती है। कैल्शियम नाइट्रेट जमीन में पड़े तत्वों को पौधे तक पहुंचने का कार्य करता है। बोरोन आपके प्याज को मजबूत बनाता है और उसका छिलका उतारने की प्रॉब्लम को भी दूर करता है। आपको यह कार्य 90 से 100 दिन पर कर देना चाहिए। जिससे पौधे 30 से 40 दिन तक लगातार इस खाद का प्रयोग कर सके और अपने खाद कंद को अच्छे से बढ़ा सकें।
प्याज में 75 से 80 दिन पर मुख्या स्प्रे:थ्रिप्स नहीं हो रही खत्म,करें रामबाण स्प्रे:Main pesticide used in onion
प्याज में चौथे स्प्रे करने का सही समय 75 से 80 दिन का होता है। ...
प्याज में तीसरा मुख्या स्प्रे:Third main spray in onion
प्याज की फसल में इस समय कीट जैसे-थ्रिप्स और मच्छर का प्रकोप काफी अधिक मात्रा में देखा जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में हल्की-फुल्की बारिश होने से इसमें फंगस रोग भी देखे जा रहें हैं। खेत और मौसम में नमी होने पर फंगस रोग अधिक मात्रा में फैलते हैं। प्याज के नीचे वाली पत्तियां ऊपर से नीचे की ओर धीरे-धीरे सुखना शुरू करती हैं। यह फंगस पूरे पौधे मैं फैल जाती है। इसलिए इस समय हमें फफूंदीनाशक का प्रयोग भी करना पड़ता है।
प्याज में बैंगनी धब्बा रोग (पर्पल ब्लॉच) की पहचान:Identification of fungus in onion
प्याज एक कंद वर्गीय फसल है। लेकिन इसमें रोग भी काफी अधिक मात्रा में देखे जाते हैं। आजकल अधिक नाइट्रोजन और रासायनिक खादों के प्रयोग से फसलों में रोग की मात्रा तो बढ़ ही गई है। लेकिन उनको रोकने के लिए भी तरह-तरह की दवाइयां बाजार में उपलब्ध रहती हैं। ऐसे ही प्याज का एक बहुत ही खतरनाक रोग है, जो बैंगनी धब्बा रोग (पर्पल ब्लॉच) के नाम से जाना जाता है। जब यह रोग आपको दिखाई देता है, इससे तीन से चार दिन पहले ही इसके लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। किसान भाई इसका ध्यान तब देते हैं, जब यह पूरी तरह से फैल जाता है।
प्याज में निराई-गुड़ाई के बाद डालें ये दमदार खाद:कंद का साइज और मोटाई बढ़ाने का आसान तरीका:Last main fertilizer in onion
आपकी प्याज की फसल इस समय 45 से 50 दिन की हो गई है, या होने वाली है। किसान साथियों प्याज में हमें दो से तीन निराई-गुड़ाई अवश्य करनी चाहिए और निराई-गुड़ाई के बाद खाद डालकर, उसमें पानी चला दें। जिससे पौधे की जड़ों को खुराक मिल जाए और वह अच्छे से ग्रोथ करे। 45 से 50 दिन पर हम ऐसा कौन सा खाद डालें। जो कंद का साइज बढ़ाने और प्याज की मोटाई बढ़ाने में सहायता करें।
Second main spray in onion:प्याज में भयंकर रोग:जल्दी करें दूसरा स्प्रे, सही समय पर समाधान जरूरी
फरवरी का महीना लग गया है। और मौसम परिवर्तन धीरे-धीरे बदल रहा है। पिछले 1 महीने से लगातार ठंडा मौसम था और अब धूप निकलने की वजह से दिन में गर्मी और रात को तापमान थोड़ा ठंडा रहता है। इस समय आपका प्याज की फसल भी 40 से 45 दिन की हो गई है। मौसम परिवर्तन के कारण पौधे में थोड़ा तनाव भी रहता है। इसमें फंगस, ट्रिप्स और इल्ली रोग देखने को मिलते हैं। इसलिए किसान भाई आप अपने खेत की लगातार निगरानी करते रहें और उसमें कोई भी रोग दिखाने पर तुरंत स्प्रे करें।
प्याज में पहला मुख्य स्प्रे:First main spray in onion
पिछले 15 से 20 दिन से धुंध और ठंड अधिक पढ़ने की वजह से प्याज में इतनी अच्छी ग्रोथ नहीं दिख रही। क्योंकि आपने जमीन में जो भी खाद और न्यूट्रिएंट्स का प्रयोग किया था। धुप ना निकलने के कारण पौधे उन्हें ग्रहण नहीं कर पाया। क्योंकि सूर्य के प्रकाश के बिना पौधे जमीन से तत्वों को ग्रहण नहीं करते। इसी कारण से आपको अपने प्याज की फसल में ग्रोथ नहीं दिख रही। इस समय आपको प्याज में ग्रोथ करवाने के लिए उसमें स्प्रे के द्वारा खादों और न्यूट्रिएंट्स को देना पड़ेगा।
प्याज में पहला मुख्या खाद:ग्रोथ बढ़ाने का सबसे सही समय:Right time to give first fertilizer to onion
प्याज एक कंद वर्गीय फसल है। जिसकी रोपाई की जाती है। प्याज की रोपाई आमतौर पर पौध उखाड़ने के तुरंत बाद की जाती है। रोपाई के तुरंत बाद ही उसमें पानी भी लगते हैं। प्याज में हमें 40 से 45 दिन पर यूरिया की मात्रा को पूरा कर देना चाहिए। क्योंकि इसके बाद यूरिया देने से उसमें नुकसान होता है। प्याज में पहले खाद हमारी पैदावार को बढ़ाने का काम करता है। क्योंकि यह समय वानस्पतिक वृद्धि का होता है। पौधा उखाड़ कर लगाने के बाद इस समय पौधा अपनी जड़ों की पकड़ को बनता है। और उसे इस समय नाइट्रोजन की अधिक मात्रा की आवश्यकता पड़ती है।
प्याज में पौधा सुखना या जड़ गलन समस्या:क्या करें किसान, संपूर्ण जानें:Main reason for drying of onion plants
पिछले एक महीने से मौसम में लगातार नमी बनी हुई है, और धूप ना निकलने के कारण फसलों में फंगस जनित रोग अधिक मात्रा में फैल रहे हैं। लहसुन में रोपाई के बाद पौधे सूखने की समस्या आमतौर पर खेतों में देखी जा रही है। किसी किसी खेत में प्याज के 25 से 30% पौधे सूख गए हैं।
प्याज में खरपतवार नाशक दवाइयां:सही समय, सही मात्रा:बेस्ट खरपतवार नाशक के बारे में जानें:Main herbicides in onion
प्याज एक कंद वर्गीय फसल है। इसके पौधे की रोपाई की जाती है। प्याज की फसल लगभग पूरे भारत में लगाई जाती है। प्याज की फसल में खरपतवारों की एक मुख्य समस्या रहती है। वैसे तो निराई-गुड़ाई द्वारा खरपतवार आसानी से नष्ट हो जाते हैं। लेकिन जब खरपतवारों की अधिक मात्रा में हो, तो उनको निराई-गुड़ाई द्वारा नष्ट करना संभव नहीं होता और खरपतवार नाशक दवाइयां का स्प्रे करना ही पड़ता है।
प्याज रोपाई में सबसे अच्छे खाद:Best fertilizer for onion planting
प्याज खरीफ और रबी दोनों सीजन में लगाया जाता है। लेकिन रबी के सीजन में प्याज सबसे अधिक मात्रा में लगता है। प्याज एक ऐसी फसल है, जिसकी पहले पौध तैयार करके उसके बाद इसकी रोपाई की जाती है। रबी के सीजन में प्याज की पौध की रोपाई दिसंबर और जनवरी में मुख्य तौर पर की जाती है ,प्याज की रोपाई के समय हमें कौन-कौन से खादों का प्रयोग करना चाहिए।