किसान साथियों नमस्कार, कुछ किसानों का मानना है, कि जब लहसुन की गुड़ाई करते हैं। उस समय लहसुन के पौधों को चोट पहुंचती है। जिससे वह जख्मी हो जाते है। जिसमें बाद में फंगस लगकर धीरे- धीरे सुख जाते है। तो हमें गुडाई से पहले स्प्रे करना चाहिए या गुड़ाई के बाद पानी के साथ मिटटी में कुछ डालना चाहिए। लहसुन में जड़ गलन समस्या और जड़ के कीड़े के लिए क्या डालना चाहिए। इस बारे ने सम्पूर्ण जानकरी के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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लहसुन में जड़ गलन समस्या
लहसुन में जड़ गलन की समस्या सभी क्षेत्रों में देखने को मिलती है। जड़ गलन में पौधे की जड़ काली होकर धीरे-धीरे सूख जाती हैं। पहले पौधे के नीचे वाली पत्तियां पीली होती हैं, और बाद में पूरा पौधा पीला होकर सूख जाता है। जड़ गलन की समस्या उन खेतों में अधिक देखने को मिलती है। जहां लहसुन में नमी ज्यादा पाई जाती है।
गुड़ाई के समय लहसुन में करें ये काम
लहसुन में गुड़ाई के समय फफूंदी नासक और कीटनाशक दोनों को डालना चाहिए। इससे गुड़ाई के समय अगर लहसुन कहीं से काट जाता है, उसमे फंगस या कीट न लगे। इसके लिए हम नीचे बताई गयी कुछ दवाइयों का इस्तेमाल कर सकते है।
- गुड़ाई करने से पहले बाविस्टिन (कार्बेन्डाजिम 50% WP) 2 ग्राम प्रति लीटर के हिसाब से अपने लहसुन में स्प्रे कर सकते हैं। ऐसा करने से जिन पौधों में चोट पहुंचती है। उनमें फंगस नहीं लगेगी और वह स्वस्थ रहेंगे।
- दूसरा आप गुड़ाई करने के बाद और सिंचाई करने से पहले मिट्टी में साफ (कार्बेन्डाजिम 12% और मैन्कोजेब 63% WP) या रोको (थियोफैनेट मिथाइल 70% WP) फंगीसाइड के साथ कोई भी कीटनाशक जैसे-फिप्रोनिल 0.6% जीआर, क्लोरोपीरीफोस दानेदार को मिलाकर डाल सकते हैं। ताकि आपकी फसल से फंगस रोग भी और कीटनाशक रोग दोनों को समाप्त किया जा सके।
किसान साथियों अगर आप यह दोनों काम कर लेते हैं। तो आपकी लहसुन में दोनों समस्या लगभग समाप्त हो जाएगी। आपको यह मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं। उसे अन्य किसानों तक शेयर अवश्य करें। धन्यवाद!
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Konsi dwai Dale lahsun me bataya hi nahi