गन्ने की खेती
गन्ने में मोथा घास को जड़ से खत्म कैसे करें:medicine to root out motha grass
गन्ने में मोथा घास को जड़ से खत्म कैसे करें:- किसान साथियों नमस्कार, गन्ना एक ...
गन्ना बिजाई की पेट्रो विधि:Petro method of sugarcane sowing
इस विधि में किसान सामान्य हाल से 28 इंच से 30 इंच पर खूड़ निकल कर, दो खूडों की बिजाई करते हैं, और एक खूड़ को बीच में छोड़ देते हैं। ऐसे ही पूरे खेत की बिजाई की जाती है। इस विधि का प्रबंधन आप बहुत आसानी से कर सकते हो। सामान्य विधि से बजाई वाला यंत्रों से इसके सभी कार्य हो जाते हैं, और इसकी पैदावार भी काफी अच्छी निकलती है। इस समय काफी किसान इस विधि से बिजाई करने लगे है।
PDN-15012 गन्ना किस्म की विशेषताएं:PDN-15012 Sugarcane Variety Characteristics
भारत में गन्ना उत्पादन की बात करें, तो महाराष्ट्र में यूपी बाद सबसे ज्यादा गन्ने ...
मार्च अप्रैल में बिजाई की जाने वाली पांच मुख्य फसलें:कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली खेती:Five main crops to be sown in March-April
मार्च अप्रैल में सब्जी की तो काफी सारी फसलों की बिजाई की जा सकती है। लेकिन मैं आपको ऐसी चार परंपरागत फसलों के बारे में जानकारी दूंगा। जिनको आप एक बार में ही कटाई कर सकते हैं, और आपको कम समय में अधिक मुनाफा होगा। सब्जी वाली फसलों में हर रोज मंडी में जाने का किसान झंझट नहीं करना चाहता।
Co-92005 गन्ना किस्म की विशेषताएं:excellent variety of sugarcane
गन्ने की पैदावार आपकी मिट्टी, बिजाई समय, खाद और पानी देने के तरीके पर निर्भर ...
एसएनके-13374 गन्ना किस्म की विशेषताएं:Sugarcane variety characteristics
महाराष्ट्र भारत में गन्ना उत्पादन के लिए जाना जाता है, और महाराष्ट्र भारत में सबसे अधिक गन्ना उत्पादन करता है। महाराष्ट्र की गन्ना किस्म की हरियाणा, पंजाब और यूपी में काफी ज्यादा डिमांड देखी जा रही है। महाराष्ट्र की किस्में इन राज्यों में काफी अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही हैं। महाराष्ट्र में वैसे तो एक से बढ़कर एक गन्ना किस्में है। जो अपनी लंबाई और मोटाई के लिए जानी जाती हैं। लेकिन आज मैं आपको एसएनके-13374 गन्ना किस्म के बारे में बताऊंगा।
गन्ने के सभी खरपतवारों का एक स्प्रे में सफाया:धानुका कंपनी का नया खरपतवार नाशक:herbicide of Dhanuka Agritech Limited
गन्ने के सभी खरपतवारों का एक स्प्रे में सफाया करने के लिए अभी तक दवाई ...
PB-434 गन्ना किस्म की विशेषताएं:Indian Institute of Sugarcane Research
भारत में काफी प्रकार की गन्ना किस्में पाई जाती हैं। जो अलग-अलग क्षेत्रों के लिए ...
सूखे क्षेत्रों और कम पानी वाली जमीन के लिए सबसे अच्छी गन्ना किस्म:icar sugarcane variety
सूखे क्षेत्रों और कम पानी वाली जमीन के लिए सबसे अच्छी गन्ना किस्म की बात ...
गन्ना बिजाई के समय जिप्सम का प्रयोग:कैसे करें, कितनी मात्रा, क्या फायदे मिलेंगे, संपूर्ण जाने:Benefits of gypsum in sugarcane
हमें खेत में जिप्सम का प्रयोग 2 साल में एक बार अवश्य करना चाहिए। जिप्सम भूमि सुधारक के रूप में कार्य करता है। इसके हमें काफी ज्यादा लाभ देखने को मिलते हैं। जिप्सम का प्रयोग हमेशा मिट्टी में किया जाता है। जिप्सम का प्रयोग हमें गन्ने के साथ-साथ सभी फसलों में करना चाहिए। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार गन्ने की फसल में तो जिप्सम सबसे ज्यादा आवश्यक होता है। क्योंकि इसमें कैल्शियम और सल्फर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। जो गन्ने के लिए काफी ज्यादा जरूरी होती है। जिप्सम में 13.5% सल्फर और 19% कैल्शियम पाई जाती है।
COS-17231 गन्ना किस्म की विशेषताएं:Government recognized early variety of sugarcane
भारत में गन्ने की खेती लगभग पूरे भारत में की जाती है। अलग-अलग राज्यों के वैज्ञानिक अपने क्षेत्र के हिसाब से गन्ने की नई-नई किस्म विकसित करते हैं। उत्तर प्रदेश गन्ना अनुसंधान परिषद, शाहजहाँपुर के वैज्ञानिकों ने गन्ने की एक नई किस्म बनाई है। गन्ने की इस किस्म में कल्लों का फुटाव अधिक होता है। यह रोग मुक्त गन्ना किस्म है। गन्ने की यह किस COS-17231 के नाम से जानी जाती है।
गन्ने को स्वस्थ रखने का तरीका:अधिक पैदावार, रोगों से छुटकारा पाएं:Ways to keep sugarcane healthy
गन्ने में बढ़ रहे रोगों से किसान लगातार कहीं ना कहीं परेशान है। इससे उनकी गन्ने पर लागत भी बढ़ी है, और मुनाफा कम हुआ है। गन्ने में कीटनाशकों के प्रयोग के बावजूद भी उसमें कीट रोग नहीं रुकते और गन्ने की फसल खराब हो जाती है। कृषि वैज्ञानिकों ने इसके बारे में कुछ सुझाव दिए हैं। ताकि गन्ने की फसल को स्वस्थ रखा जा सके और उससे अधिक पैदावार निकाल कर आए। गन्ना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण फसल है, और इसकी खेती लगभग पूरे भारत में की जाती है।
गन्ना बिजाई में दीमक के लिए सबसे दमदार कीटनाशक:लम्बे समय तक दीमक की रोकथाम:Best medicine for termites in sugarcane sowing
किसान साथियों बाजार में आपको काफी सारी ऐसी कीटनाशक दवाइयां देखने को मिल जाती हैं। ...
VCF-0517 गन्ना किस्म की विशेषताएं:VCF-0517 Sugarcane Variety Characteristics
भारत में गन्ने की अनेक प्रजातियां देखने को मिलती हैं। जो काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती हैं। लेकिन महाराष्ट्र और कर्नाटक में गन्ने की कुछ ऐसी किस्में है। जो अब तक सबसे अधिक पैदावार देने वाली किस्म है। जो कर्नाटक के विज्ञानियों द्वारा तैयार की गई है। यह किस्म VCF-0517 के नाम से जानी जाती है। यह किस्म पिछले 5 से 6 सालों में कर्नाटक के किसानों को सबसे अधिक पैदावार निकालकर दे रही है।
गन्ना बिजाई में प्रयोग होने वाले टॉप 3 कीटनाशक:Top 3 pesticides used in sugarcane
गन्ना बिजाई में प्रयोग होने वाला टॉप कीटनाशकों की बात करें। तो आपको बाजार में अलग-अलग कंपनी द्वारा काफी सारे कीटनाशक देखने को मिल जाते हैं। गन्ना बिजाई में जितना महत्व खादों का होता है। उससे कई ज्यादा महत्व कीटनाशकों का होता है। क्योंकि हमें ऐसे कीटनाशकों को चयन करना चाहिए। जो हमारी फसल को लंबे समय तक कीटों से बचाव कर सकें। क्योंकि गन्ने में कंसुआ रोग बहुत जल्दी फैलता है। यह पहले पानी के साथ ही शुरू हो जाता है। ऐसे में हमें ऐसे कीटनाशकों को चयन करना चाहिए। जो लगभग 40 से 45 दिन का रिजल्ट दें।
colk-16202 गन्ना किस्म की विशेषताएं:colk-16202 sugarcane variety characteristics
किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए अच्छी-अच्छी किस्मों का निर्माण वैज्ञानिक लगातार करते आ रहे हैं। ऐसे ही यूपी के वैज्ञानिकों ने एक नई किस्म colk-16202 को निकाला है। यह गन्ना किस्म यूपी के किसानों के लिए स्वीकृत की गई है। यह एक अगेती गन्ना किस्म है। जो अगले वर्ष तक किसानों के लिए पूरी तरह से उपलब्ध हो जाएगी।
गन्ना नर्सरी कैसे तैयार करें:How to prepare sugarcane nursery
गन्ना नर्सरी से गन्ने की बिजाई करने के किसानों को काफी ज्यादा लाभ देखने को मिल रहे हैं। क्योंकि एक तो इसमें कीट रोग बहुत कम मात्रा में लगते हैं। और दूसरा बीज भी कम लगता है। इसलिए किसान भाई काफी अधिक मात्रा में गन्ने की नर्सरी तैयार करके बजाई कर रहे हैं। इसके उन्हें अनेक लाभ देखने को मिलते हैं।
एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय मुख्य सावधानियां:Main precautions while planting single eyed sugarcane
एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय हमें कुछ सावधानियां का इस्तेमाल करना पड़ता है।षि वैज्ञानिक भी एक आंख के गन्ने की बिजाई करने की सिफारिश करते है। एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय किसान अक्सर कुछ गलतियां कर बैठते हैं। जिससे उनका 100% तक जमाव नहीं होता और उनकी पैदावार कहीं ना कहीं घट जाती है।