किसान साथियों नमस्कार, पिछले काफी दिनों से मौसम में नमी बनी हुई है। लगातार धुंध और ठंड के कारण फसलों में अनेक प्रकार के रोग देखे जा रहे हैं। ऐसे ही गेहूं की फसल भी अनेक रोग दिख रहे है। गेहूं में पत्तियों का पीलापन हो या कीट रोग हो, जो लगातार बढ़ रहे हैं। आज मैं आपको ठंड के मौसम में गेहूं में आने वाले कुछ बीमारियां और उनके इलाज के बारे में बताऊंगा। कृपया पुरा लेख पढ़ें।
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गेहूं में ठंड के मौसम में आने वाले रोग
इस समय गेहूं की फसल में किसानों को काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि मौसम में लगातार धुंध बनी हुई है, और धूप नहीं निकल रही जिससे गेहूं की फसल पर अनेक प्रभाव देखे जा सकते हैं। गेहूं की अत्यधिक ठंड की वजह से ऊपर की पत्तियों की नोक पीली पड़ रही है, और सुख रही है। यह सब ठंड के कारण है। दूसरा गेहूं की फसल में कीट रोग यानी माहु भी अधिक मात्रा में देखा जा रहा है। ये आपकी फसल का रस चूस कर आपकी फसल को नुक्सान करते है।
गेहूं में इनके रोकथाम के तरीके
किसान साथियों अगर आपकी गेहूं की ऊपरी पत्तियां ठंड की वजह से पीली पड़ रही है, या नोक सूख रही है। इसके लिए आप अपनी फसल पर हारू (टेबुकोनाजोल 10% + सल्फर 65% डब्लू.जी) का 500 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे करें। या फिर खाद में मिलकर सल्फर का छिड़काव करें। इससे आपकी फसल पर हरापन आ जाएगा।
दूसरा तेला चेपा या माहु की रोकथाम के लिए आप इमिडाक्लोप्रिड 17.8% एस.एल की 100ml मात्रा प्रति एकड़ या थियामेथोक्सम 25% डब्ल्यूजी की 100 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे कर सकते हैं। यह आपके सभी प्रकार की कीट रोगों को नष्ट कर देगा।
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