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पौधे में सूक्ष्म पोषक तत्वों का महत्व और कार्य(2024): Importance and function of micronutrients in plants

जिन तत्वों की पौधे को बहुत कम मात्रा में जरूरत पड़ती है। सूक्ष्म पोषक तत्व कहलाते है। इनकी पौधे को चाहे कम मात्र में आवश्यकता पड़े लेकिन यह पौधे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सूक्ष्म पोषक तत्व 9 प्रकार के होते हैं।

आलू में झुलसा रोग की आने से पहले ही करें पहचान आपनाएँ ये आसान तरीका(2024):Potato crop diseases and treatment

आलू की फसल के पौधे जब बड़े हो जाए और पौधे आपस में टकराने लगे। पूरा खेत पत्तों से भर जाए और वातावरण में नमी हो या बार-बार बारिश हो रही हो। तो आलू में झुलसा रोग फैलने के लिए ये सबसे अच्छा समय होता हैं। जब ओस पत्तों पर अधिक देर रहती है, और दोपहर में धूप के कारण मौसम गर्म हो जाता है तापमान 10 से 20 डिग्री के बीच रहता है। उस समय आलू की फसल में झुलसा रोग तेजी से फैलता है।

15 दिन में आलू का साइज डबल करने के लिए सबसे दमदार स्प्रे:Best way to increase the size of potatoes

आलू एक ऐसी फसल है जिसमें आप जितना डालते हो उससे अधिक उसमें से निकाल सकते हो। आलू की फसल किसानों को हमेशा मुनाफा ही देती है। आलू में अत्यधिक खादों का प्रयोग करके आप पैदावार को बड़ा सकते हैं। जिन किसानों ने आलू की बिजाई किए हुए 30 से 40 दिन का समय हो गया है। वह किसान भाई इस समय अपने आलू का साइज बढ़ाने के लिए एक स्प्रे कर सकते हैं।

आलू की फसल में खरपतवार नियंत्रण करने का सही तरीका जानें|Control Weeds In Potato

किसी भी फसल के लिए खरपतवार एक बड़ी समस्या रहती है। अगर खरपतवारों को समय ...

आलू की खेती कम लागत में कैसे करें:How to do potato farming

आलू की खेती लगभग पूरे भारत में की जाती है। पहाड़ी क्षेत्रों में भी आलू की खेती की जाती है। आलू बिजाई का सही समय हर क्षेत्र का अलग-अलग होता है। जब आपका आलू 20 से 30 दिन का होता है, उसे समय रात का तापमान 15 डिग्री से नीचे होना चाहिए। इस समय आलू में कांड बनते हैं और गर्मी में कांड कम बनते है। इसीलिए आलू की खेती सर्दी के मौसम में की जाती है।

अधिक पैदावार देने वाली बैंगन की टॉप 5 संकर किस्में|Top 5 Hybrid Varieties of Brinjal

नमस्कार किसान साथियों, बैंगन की खेती भारत के लगभग सभी भागों में की जाती है। ...

टमाटर की टॉप 5 हाइब्रिड किस्में|Top 5 Hybrid Varieties of Tomatoes

नमस्कार किसान साथियों, टमाटर की लगभग 1000 से भी अधिक किस्में पुरे भारत में देखने ...

शिमला मिर्च की उन्नत खेती कैसे करें|How to do advanced farming of capsicum

शिमला मिर्च की खेती के लिए आपकी मिट्टी का पीएच मान 5 से 7.5 तक होना चाहिए लेकिन काली मिट्टी, काली दोमट, चिकनी दोमट और बुलाई दोमट मिट्टी इसके लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है।

फसल में लकड़ी की राख का प्रयोग करें या नहीं:uses of wood ash

फसल में लकड़ी की राख का उपयोग करें या ना करें। या फिर लकड़ी की राख का इस्तेमाल हम फसल में किस प्रकार कर सकते हैं, और किन-किन फसलों में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं

फसलों में उपयोग होने वाले टॉनिक|Tonic used in crops

फसलों में उपयोग होने वाले टॉनिक:- किसान साथियों नमस्कार, किसानों के लिए फसल से अधिक ...

पौधे में कौन कौन से हार्मोन पाए जाते हैं|Hormones role in plants

पौधे की हार्मोंस को मुख्यतः दो भागों में बांटा जा सकता है। उनके काम के अनुसार एक जो बड़वार को बढ़ाते हैं। और दूसरे जो रोकते हैं। ऑक्सिन हार्मोंन, जिबरेलिन हार्मोन ,साइटोकिनिन हार्मोन यह तीनों हार्मोन बढ़ाने वाले हार्मोन होते हैं। और और इनको पॉजिटिव हारमोंस भी कहा जाता है। यह पौधे में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं। जैसे नए पत्ते, जड़े, फूलों और फलो सभी का विकास करते हैं। और इथाईलीन हार्मोन और एब्ससिसिक एसिड पौधे को मृत्यु की तरफ ले जाते हैं। और बीज के रूप में एक नई पीढ़ी के उदय में इनका मुख्या योगदान रहता है जैसे फलों के पकने में और पतों के झड़ने में इसलिए इनको नेगेटिव हारमोंस भी कहा जाता है।