COLK-15466 गन्ना किस्म की विशेषताएं:COLK-15466 Sugarcane variety

By Kheti jankari

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जल भराव वाले क्षेत्रों में तहलका मचाएगी गन्ने की यह किस्म

किसान साथियों नमस्कार, गन्ने की बहुत सारी किस्म भारत में पाई जाती हैं। इनमें से कुछ पुरानी किस्में किसानों को बहुत अच्छा पैदावार निकाल कर देती हैं। लेकिन उन किस्मों में अब रोग अधिक मात्रा में लगने लगे है। जिससे उनकी पैदावार घट गई है, और किसानों का खर्चा इन पुरानी किस्मों में अधिक मात्रा में होना लगा है। जिससे किसान भाइयों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। विज्ञानकों द्वारा हर वर्ष नई-नई किस्में विकसित की जाती है। पिछले वर्ष ऐसी ही एक किस्म यूपी के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई थी। जो COLK-15466 के नाम से जानी जाती है। यह एक अर्ली गन्ना किस्म है। इस गन्ना किस्म के बारे में संपूर्ण जानकारी नीचे जानें-

COLK-12207 sugarcane variety

COLK-15466 गन्ना किस्म की विशेषताएं

गन्ने की यह किस्म लखनऊ गन्ना अनुसंधान संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा बनाई गई है। इस किस्म में कल्लों का फुटाव अधिक होता है। यह किस्म गिरने के प्रति सहनशील है। गुड़ बनाने और रस निकालने के लिए यह गन्ना सबसे उपयुक्त रहती है। इस किस्म में शर्करा की मात्रा 17.5% तक पाई जाती है। पोका बोईंग और लाल सड़न जैसे रोगों के प्रति यह गन्ना किस्म सहनशील है। इस गन्ना किस्म की पैड़ी में भी अच्छा फुटाव देखने को मिलता है। जिससे किसानों का गन्ने पर खर्च बच जाता है। इस किस्म की मोटाई माध्यम होती है, और इसकी लंबाई भी माध्यम ही रहती है। यह गन्ना किस्म 10 महीने में पक कर तैयार हो जाती है। इसके अगोला गहरे हरा रंग का होता है। यह गन्ना किस्म जल भराव वाले क्षेत्र के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। अधिक पानी का इस किस्म के ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ता और यह किसानों को अच्छी पैदावार निकाल कर देती है।

COLK-15466 गन्ना किस्म का बजाई समय

गन्ने की इस किस्म की बिजाई आप अक्टूबर से लेकर अप्रैल तक कर सकते हैं। यह गन्ना किस्म पकाने में 10 महीने का समय लेती है। इस किस्म की बजाई पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश का मध्य और पश्चिमी भाग में मुख्या रूप से कर सकते है।

COLK-15466 गन्ना किस्म की औसत पैदावार

गन्ने की इस किस्म की औसत पैदावार 350 से 400 क्वांटल प्रति एकड़ तक रहती है। लेकिन अच्छी देखभाल और सही खादों का प्रयोग करके आप इस किस्म से 500 क्वांटल तक अधिक पैदावार ले सकतें है। पैदावार आपकी मिटटी पर भी निर्भर करती है।

नोट-गन्ना बिजाई करते समय कीटनाशक और फफूंदी नाशक से बीज उपचार आवश्यक करें।

जिन किसान भाइयों ने इस गन्ना किस्म की पिछले वर्ष भी जाएगी हो। वह कृपया इस किस्म के बारे में अपने सुझाव जरूर साझा करें। ताकि दूसरे किसान भी से लाभ ले सकें। धन्यवाद!

FAQ

गन्ना बुवाई के समय क्या डालें?
गन्ना बजाई के समय N.P.K का पर्याप्त मात्रा में इस्तेमाल करना पड़ता है और इसके लिए कीटनाशक का इस्तेमाल भी करना जरूरी है।

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Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

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