कृषि
एचडी-3086 गेहूं किस्म की खासियतें:HD-3086 Wheat Variety
एचडी-3086 गेहूं किस्म भारतीय गेहूं एवं जो अनुसंधान द्वारा बनाई गई एक रिसर्च किस्म है। जिसकी बजाई आप दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व जम्मू कश्मीर के कुछ भागों में कर सकते हैं।
AHBJ–7044 सरसों किस्म की विशेषताएं:AHBJ–7044 Hybrid Mustard Variety
AHBJ–7044 एक्सेना एग्रीसाइंस की एक काली सरसों की हाइब्रिड किस्म है। इस किस्म की लंबाई 5 से 6 फीट तक हो जाती है। यह किस्म सफ़ेद रतुए और अन्य फंगस रोगों के प्रति सहनशील है।
राशि-1604 हाइब्रिड काली सरसों किस्म की विशेषताएं:Rashi-1604 Hybrid Black Mustard Variety
राशि-1604 राशि सीड्स की काली हाइब्रिड सरसों की किस्म है। जो सफेद रतुए और सर्दी के प्रति सहनशील है। इस किस्म की जड़ मजबूत होती हैं। और यह गिरने के प्रति सहनशील है।
राशि सीड्स की नई हाईब्रिड सरसों किस्म RMX–9922 की खूबियां जानें:New Hybrid Mustard Variety RMX–9922
RMX–9922 सरसों की यह किस्म राशि सीड्स की एक हाइब्रिड किस्म है। जिसको आप किसी भी प्रकार की मिट्टी में लगा सकते हैं। यह किस्म पाले के प्रति सहनशील है. इस किस्म में किसी प्रकार का कोई रोग नहीं लगता। इसकी फलियां मोटी और लंबी होती हैं। जिससे इसमें झड़ने की समस्या नहीं होती।
एडवांटा सीड्स की हाइब्रिड सरसों की ADV–427 की विशेषताएं जानें:Hybrid Mustard ADV–427
ADV-427 एडवांटा सीड्स की एक हाइब्रिड काली सरसों की किस्म है। इस किस्म ने किसानों को पिछले वर्ष काफी अच्छी पैदावार निकालकर दी है। इस किस्म की फलियां मजबूत होती हैं, जो पकने पर झड़ती नहीं है।
HAU हिसार द्वारा दी गयी सरसों किस्म RH-725 और RH-1424 की विशेषताएं जानें:कम पानी में अच्छी पैदावार देने वाली सरसों किस्म
हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार किसानों के लिए सरसों व गेहूं के बीजों की अनेक इसमें तैयार करती है। यह यूनिवर्सिटी रिसर्च बीजों का उत्पादन करती है। और उन्हें किसानों को उपलब्ध कराने में मदद करती है।
श्रीराम सीड्स लिमिटेड की नई सरसों किस्म श्रीराम-1668 की खूबियां जाने:New mustard variety
श्रीराम-1668 डीसीएम श्रीराम लिमिटेड सीड्स की काली सरसों की हाइब्रिड किस्म है। इसके पौधे की ऊंचाई लगभग 5.5 फीट के आसपास रहती है।
सरसों की फसल में खरपतवार नियंत्रण करने का सबसे सस्ता तरीका:Control weeds in mustard
सरसों की फसल में खरपतवार नियंत्रण दो प्रकार से किया जाता है। एक निराई- गुड़ाई द्वारा और दूसरा खरपतवार नासक दवाइयों के द्वारा। खरपतवार नासक दवाइयों के द्वारा खरपतवारों को दो तरीके से नियत्रित किया जाता है। उगने से पहले और दूसरा खरपतवारों को उगाने के बाद।
कावेरी सीड्स की काली सरसों किस्म KBH-5207 की खासियत जानें:Kaveri Seeds Top Mustard Variety
सरसों और गेहूं रबी के सीजन में बुवाई की जाने वाली मुख्य फसलें हैं। जिनकी बजाई भारत में सबसे अधिक की जाती है। आजकल किसान भाई गेहूं को छोड़कर सरसों की बिजाई अधिक मात्रा में कर रहे हैं।
हरियाणा में धान की पराली जलाने पर प्रतिबंध:हो सकता है भारी जुर्माना और जेल
हरियाणा सरकार ने पराली जलाने पर पूर्ण तरीके से प्रतिबंध लगा दिया है। धान की कटाई के बाद जो अवशेष बचते हैं, उनको पराली कहा जाता है हरियाणा और पंजाब में लंबे समय से किसान धान के बचे हुए अवशेषों को जला देते हैं।
कपास किसानों के लिए खुशखबरी:हरियाणा फसल सुरक्षा योजना के तहत इन जिलों के किसानों को मिलेगी ₹30000 तक की वित्तीय सहायता
किसान अपनी फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए दिन-रात मेहनत कर सकते हैं। परंतु प्राकृतिक आपदाओं के चलते किसान अपनी फसल की रक्षा करने में असमर्थ है। जब किसान की फसल पर बारिश, ओलावृष्टि, बाढ़ या फिर तेज हवाएं इत्यादि प्राकृतिक आपदाओं के चलते खराब हो जाती हैं।
धान की फसल में तेजी से फैल रहा है शीत ब्लाइट रोग:ऐसे करें सस्ते में रोकथाम
शीत ब्लाइट रोग धान का सबसे खतरनाक रोग है। यह हवा, पानी और मिट्टी तीनों के द्वारा फैलता है। यह रोग हमेशा खेत के कोनों से शुरू होता है
सरसों की बिजाई करते समय ये 5 काम किया तो मिलेगी बंपर पैदावार:सरसों की फसल से ऐसे लें अधिक पैदावार।
सरसों से अधिक पैदावार लेने के लिए हमें उन्नत बीजों का चुनाव करना जरूरी है। जैसे पूरे समय में पकने वाली सरसों किस्म में स्टार 10–15, पायोनियर 45s46 जैसी किस्म का चयन कर सकते हैं।
पायनियर सीड्स की 45s47 सरसों किस्म:top mustard variety
पायोनियर 45s47 पायनियर सीट्स इंडिया की काली सरसों की किस्म है। यह किस्म 45s46 किस्म के मुकाबले कम समय में पकती है। इस किस्म का पकाने का समय 115 से 125 दिन है।
नंदी सरसों इन रीसर्च किस्मों के बारे मे सम्पूर्ण जानें:बायोस्टाड इंडिया लिमिटेड की सरसों किस्में
सरसों भारत की एक महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है जो मुख्य रूप से हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, पंजाब और उत्तर प्रदेश में उगाई जाती हैमें अपनी उगाई जाती है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित गेहूं किस्म डब्ल्यू एच–1270 की विशेषताएं जानें|कब बजाई करें, संपूर्ण जानकारी
Wh–1270 गेहूं की चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार(हरियाणा) द्वारा विकसित की गई एक गेहूं किस्म है। जो पकने में लगभग 150 से 155 दिन का समय लेती है। इस किस्म को किसान भाई काफी पसंद करते हैं। क्योंकि यह मध्य लंबाई वाली किस्म है। इसमें गिरने की समस्या बहुत कम रहती है। इसकी लंबाई लगभग 100 सेंटीमीटर तक रहती है।
धान की पत्ता लपेट सुंडी का प्रकोप ऐसे करें सस्ते में रोकथाम:Leaf Folder in paddy
धान में किसानों के सामने एक और बड़ी समस्या आ गई है। धान में पहले ...
इस दिन लगेगा रबी सीजन का हरियाणा कृषि विकास मेला:चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय में किसान मेला
किसान भाइयों नमस्कार, चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार (हरियाणा) द्वारा किसान मेले का वर्ष ...