गन्ने की खेती

COLK-9709 गन्ना किस्म:Features of COLK-9709 Sugarcane Variety

गन्ना किस्म CO-0238 वैरायटी पिछले कई सालों से किसानों को काफी अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही थी। लेकिन पिछले वर्ष इस गन्ना किस्म में टॉप बोरोर और रेड रॉट जैसी बीमारी काफी अधिक मात्रा में देखने को मिली है। जिससे किसान भाइयों का इस किस्म पर खर्च थोड़ा अधिक बढ़ा है, और इस बार इसकी पैदावार भी कम निकली है। CO-0238 गन्ना किस्म के मुकाबले की पैदावार देने वाली एक गन्ना किस्म COLK-9709 जो भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ के द्वारा बनाई गई है।

गन्ने में जड़ बेधक का नियंत्रण कैसे करें:गन्ने की ऊपरी पत्तियां पीली होने का कारण,Identification of root borer in sugarcane

न्ने के जिन पौधों में जड़ बेधक लगा हुआ होता है। उनकी जड़ के ऊपरी पोरियाँ में छोटे-छोटे छिद्र दिखाई देते हैं, और पोरी के अंदर भाग पर बारूदे जैसा बीट भरा रहता है। रोग ग्रसित भाग लाल रंग का दिखाई पड़ता है। इस रोग से प्रभावित पौधों की पत्तियां धीरे-धीरे पीली होकर सूखने लगती है। पौधे की ग्रोथ रुक जाती है। यह रोग आपकी गन्ने की फसल में किसी भी समय लग सकता है।

COS-13231 गन्ना किस्म की विशेषताएं:Early sugarcane variety of Uttar Pradesh

गन्ना किस्म COS-13231 एक उत्तर प्रदेश की गन्ना किस्म है। इस किस्म की पत्तियां मुलायम होती है। इसमें कांटे नहीं होते। इस किस्म की पोरी लम्बी होती है। और पोरी का कुछ भाग हल्का सफेद रंग का धब्बे होते है। इस किस्म की मोटाई माध्यम होती है।

COLK-15466 गन्ना किस्म की विशेषताएं:COLK-15466 Sugarcane variety

गन्ने की यह किस्म लखनऊ गन्ना अनुसंधान संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा बनाई गई है। इस किस्म में कल्लों का फुटाव अधिक होता है। यह किस्म गिरने के प्रति सहनशील है। गुड़ बनाने और रस निकालने के लिए यह गन्ना सबसे उपयुक्त रहती है। इस किस्म में शर्करा की मात्रा 17.5% तक पाई जाती है। पोका बोईंग और लाल सड़न जैसे रोगों के प्रति यह गन्ना किस्म सहनशील है।

COLK-12207 गन्ना किस्म की विशेषताएं:Know about COLK-12207 sugarcane variety

COLK-12207 गन्ना किस्म गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ द्वारा बनायीं गयी किस्म है। यह एक माध्यम मोटाई वाली गन्ना किस्म है। इसका गन्ना अधिक ठोस होता है। इसके एक गन्ने का वजन 2 से 2.5 किलोग्राम तक रहता है। यह किस्म गिरने के प्रति सहनशील है। रेड रॉट और पोका बोईंग जैसे खतरनाक रोग इस गन्ना किस्म में नहीं लगता। इस किस्म की इंटरनोड लंबी होती है।

20 से 25 फुट लंबाई वाले गन्ने की किस्म के बारे में जानें:रोग रहित गन्ना किस्म,महाराष्ट्र की गन्ना किस्म

CO-8005 गन्ना किस्म महाराष्ट्र की गन्ना किस्म है। यह एक रोग रहित गन्ना किस्म है। इसमें पोका बोइंग या टॉप बोरर जैसे रोगों की कोई समस्या नहीं रहती। इसका अगोला गहरे हरे रंग का होता है। इस गन्ने की लंबाई 20 से 25 फीट तक हो जाती है। इस गन्ने की सबसे बड़ी समस्या गिरने की है।

गन्ने की बुवाई करते समय कृषि वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई खाद पद्धति को जानें:fertilizers used in sugarcane

गन्ने की फसल में बिजाई करते समय हमें का एक संपूर्ण खादों का मिश्रण डालना चाहिए। जिससे लंबे समय तक पौधे को सभी प्रकार के पोषक तत्वों मिल सकें। गन्ना एक लंबी अवधि वाली फसल है। जो 10 से 12 महीने में पककर तैयार हो जाती है।

लोकप्रिय गन्ना किस्म सीईओ-08272 की संपूर्ण विशेषताएं:CO-08272 Sugarcane Variety

सीईओ-08272 गन्ना किस्म एक अगेती गन्ना किस्म है। जो गन्ने में लगने वाले मुख्य रोग जैसे पोका बोइंग और रेड रोड रोगों के प्रति सहनशील है। इस किस्म का गन्ना ठोस होता है। इसकी लंबाई कम होती है।

जल भराव वाले क्षेत्र के लिए सबसे अच्छी गन्ना किस्म:CO-98014 गन्ना किस्म की विशेषताएं

CO-98014 गन्ना किस्म अपनी लंबाई के लिए जानी जाती है। इसका गन्ना 12 से 13 फीट लम्बा हो जाता है। इस गन्ने की मोटाई थोड़ी कम होती है। इस गन्ना किस्म में किसी भी प्रकार के कोई रोग जैसे-टॉप बोरोर, पोका बोइंग और रेड रोड जैसी समस्या नहीं देखने को मिलती।

करनाल गन्ना अनुसंधान द्वारा बनाई गई गन्ना किस्म CO-15023 के बारे में जाने:Sugarcane Variety CO-15023

गन्ना भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख फसल है। गन्ना चीनी का मुख्य स्रोत है। गन्ना एक ऐसी फसल है, जो हर प्रकार के मौसम को सहन करने की क्षमता रखता है। अत्यधिक बारिश, अत्यधिक गर्मी या ठंड में भी गन्ना अच्छी प्रकार से ग्रोथ करता रहता है।

गन्ने की अधिक पैदावार देने वाली गन्ना किस्म CO–11015 की विशेषताएं जानें:Sugarcane variety CO–11015

CO–11015 तमिलनाडु की गन्ना किस्म है। लेकिन इस किस्म की बजाई आप पुरे भारत में कर सकते है। जिसकी बजाई आप अक्टूबर और नवंबर में कर सकते हैं।

गन्ना किस्म COLK–14201 की यह खूबियां शायद आपको नहीं पता होंगी:New Sugarcane Variety

गन्ना किस्म COLK–14201 भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान द्वारा बनाई गई है। यह किस्म 8436 गन्ना किस्म से मिलती-जुलती किस्म है। या ये बोल सकते हैं कि यह 8436 गन्ना किस्म जो रसगुल्ला के नाम से प्रसिद्ध है, कि विकसित किस्म है।

गन्ने की नई किस्म Co-13235 की विशेषताएं:रोग रहित गन्ना किस्म

गन्ना किसानों के लिए पिछले कुछ वर्षों में गन्ने में लगने वाले रोग एक बड़ी परेशानी बन गए हैं। इन रोगों से गन्ने की अधिक पैदावार देने वाली किस्म प्रभावित हो रही हैं।

गन्ने के कैंसर यानी सबसे खतरनाक रोग लाल सड़न रोग से बचाव कैसे करें|Red Rot In Sugarcane

लाल सड़न रोग गन्ने की फसल में लगने वाली एक फफूंदी जनक बीमारी है। जिसका अभी तक कोई कारगर इलाज नहीं मिल पाया। परंतु यदि सही समय पर ध्यान दिया जाए...

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फसल में लकड़ी की राख का उपयोग करें या ना करें। या फिर लकड़ी की राख का इस्तेमाल हम फसल में किस प्रकार कर सकते हैं, और किन-किन फसलों में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं

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